बिहार की राजधानी पटना बुधवार को हुए लाठीचार्ज में भाजपा नेता की मौत के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज है। अब इसे लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है। इधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश और तेजस्वी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
बता दें कि बुधवार को पटना में भाजपा ने नीतीश सरकार को घेरने के लिए मार्च निकाला था। डाकबंग्ला चौराहे पर भाजपा नेताओं के बैरिकेडिंग से आगे बढ़ते ही पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान मार्च में शामिल जहानाबाद के भाजपा नेता विजय सिंह की मौत हो गई।
इधर, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सारे शिक्षकों से मेरी भी बात हुई। आज तो भाजपा के प्रदर्शन में कोई शामिल भी नहीं था। ये तो बेकार का हुड़दंग कर रहे थे। 18 साल तक कौन था भइया यहां सरकार में? कौन था?
उन्होंने कहा कि ये महागठबंधन की सरकार बनी है तब ना बहाली निकाली गई, तब जो है वो राजकीय दर्जा दिया जाना है। कोई जो छोटी मोटी शिकायत है उसको लेकर हम बात कर रहे हैं और कोई शिकायत होगी सुनेंगे।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि जितने भी शिक्षक नेता हैं, उनसे बात की जाएगी। जो लोग 10 लाख रोजगार मांग रहे हैं, वह बताएं कि देश में ऐसा कौन सा राज्य है जहां 3 लाख से अधिक सरकारी नौकरी का विज्ञापन निकाला गया हो।
हम अपने शासनकाल में 10 लाख पूरा कर लेंगे, लेकिन वे (भाजपा) 2 करोड़ का हिसाब दें। यहां 18 साल तक सरकार में कौन था? महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नौकरी निकाली गई।
सम्राट ने साधा निशाना
वहीं, बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पार्टी नेताओं के साथ घायल कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) पहुंचे।
सम्राट चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। भारतीय जनता पार्टी आज के दिन को काला दिवस मानती है।
सम्राट ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और नीतीश कुमार ने हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या की है। नीतीश कुमार जी पर (IPC की धारा) 302 का मुकदमा चलाने का काम करेंगे। आप लाठी चलाएं या फिर गोली, भाजपा के कार्यकर्ता नहीं रुकने वाले हैं।
उधर, सुशील कुमार मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एकदम शांतिपूर्ण प्रदर्शन था, बड़ी संख्या में महिलाएं थीं… कोई तोड़फोड़ नहीं, कोई पथराव नहीं इसके बावजूद जान बूझकर लाठीचार्ज किया गया है। ये सब नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ है। इस पर हम सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह पर लड़ेंगे।
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