इसे नए जमाने की हवा कहिए यो ओटीटी में मिलने वाली स्वतंत्रता, आजकल फिल्मों में सेक्स संबंधी विषय खुल कर उठाए जा रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों परः
मजा मा
आनंद तिवारी द्वारा निर्देशित और सुमित बथेजा द्वारा लिखित इस फिल्म में माधुरी दीक्षित एक लेस्बियन मां के किरदार में हैं जिसका विवाह गजराज राव से हो जाता है। विवाह के बाद काफी समय तक सब ठीक चलता रहता है पर अचानक कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिनसे माधुरी का अतीत सामने आता है और कशमकश शुरू हो जाती है।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – अमेजन प्राइम
बधाई दो
फिल्म बधाई दो का निर्देशन किया है हर्षवर्धन कुलकर्णी ने। सुमन अधिकारी और अक्षत घिल्डियाल के साथ उन्होंने इसे लिखा भी है। इसमें मुख्य भूमिका में हैं राजकुमार राव, भूमि पेडनेकर, शीबा चड्ढा, चुम दरंग और गुलशन देवैया।
फिल्म में राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर ने समलैंगिकों की भूमिका अदा की है। कहानी कुछ इस प्रकार है कि दोनों के परिवार उन पर विवाह के लिए दबाव डाल रहे हैं। इसी बीच राजकुमार की भेंट भूमि से होती है और दोनों अलग-अलग बेडरूम में रहने की शर्त पर विवाह कर लेते हैं ताकि परिवार के दबाव से छुटकारा मिल सके। शादी के बाद दोनों अपने पार्टनर के साथ संबंध रखते हैं और एक दूसरे की जिंदगी में दखल नहीं देते। पर हालात तब बदलते हैं जब परिवार वाले बच्चे की मांग करने लगते हैं। इसके बाद फिर कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिनसे दोनों की असलियत सामने आ जाती है और शुरू होता है कशमकश का नया दौर।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – नेटफ्लिक्स
छतरीवाली
छतरीवाली फिल्म के निर्देशक हैं तेजस प्रभा विजय देउस्कर और इसके लेखक हैं संचित गुप्ता और प्रियदर्शी श्रीवास्तव। फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं रकुल प्रीत सिंह, सुमित व्यास, सतीश कौशिक, राजेश तैलंग और डॉली अहलूवालिया।
फिल्म हरियाणा के एक छोटे शहर करनाल की है जहां रकुल नौकरी ढूंढते-ढूंढते सतीश कौशिक से टकरा जाती हैं जो निरोध बनाने की फैक्ट्री चलाते हैं। सतीश उन्हें क्वॉलिटी कंट्रोलर की नौकरी ऑफर करते हैं। रकुल पहले तो झिझकती हैं पर अच्छे वेतन के लालच में इसे स्वीकार कर लेती हैं। उनकी शादी सुमित व्यास से होती है लेकिन झिझक के चलते वो उन्हें बता नहीं पातीं कि वो कहां नौकरी कर रहीं हैं।
समय का चक्र कुछ ऐसा चलता है कि उनकी असलियत सामने आ जाती है जिससे ससुराल वाले बहुत शर्मिंदा अनुभव करते हैं। वो उनपर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाते हैं पर वो नौकरी छोड़ने की जगह बच्चों को यौनशिक्षा देने पर जोर देती हैं।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – जी फाइव
हेलमेट
फिल्म हेलमेट के लेखक हैं रोहन शंकर और निर्देशक हैं सतराम रमानी। इसमें प्रमुख भूमिका में हैं अपारशक्ति खुराना, प्रनूतन बहल, अभिषेक बनर्जी, आशीष वर्मा और शारिब हाशमी। ये कहानी है तीन दोस्तों अपारशक्ति खुराना, अभिषेक बनर्जी और आशीष वर्मा की। तीनों अलग-अलग कारणों से धन कमाना चाहते हैं और तय करते हैं वो इसके लिए एक ऑनलाइन कंपनी के ट्रक से सामान चुराएंगे और उसे बाजार में बेच कर धन कमाएंगे।
वो सामान चुराने में कामयाब हो जाते हैं पर डिब्बों में कीमती सामान की जगह निकलते हैं निरोध। तीनों अपनी मेहनत और कल्पनाशील मार्केटिंग के दम पर निरोध की भरपूर बिक्री करते हैं पर अंततः पकड़े जाते हैं। उन्हें भले ही जेल हो जाती है पर समाज में उनका सम्मान बढ़ जाता है क्योंकि निरोध की व्यापक बिक्री के कारण गर्भपात और महिलाओं की मृत्युदर में काफी कमी आ जाती है।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – जी फाइव
जनहित में जारी
जनहित में जारी फिल्म के निर्देशक हैं जय बसंतु सिंह और लेखक हैं राज शांडिल्य और शान यादव। इसमें मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं नुसरत भरूचा, परितोष त्रिपाठी, शान यादव, विजय राज, बृजेंद्र काला, अनुद सिंह ढाका और टीनू आनंद ने। कहानी मुख्यतः नुसरत भरूचा की है जो निरोध बिक्री की नौकरी स्वीकार कर लेती हैं और फिर धीरे-धीरे घटनाक्रम आगे बढ़ता है और इसमें दूसरे पात्र भी शामिल होते जाते हैं।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – जी फाइव
पैडमेन
पैडमेन फिल्म ट्विंकल खन्ना की किताब द लेजंेड ऑफ लक्ष्मी प्रसाद पर आधारित है। इसके निर्देशक हैं आर बाल्की और इसकी फिल्मी कहानी तैयार की आर बाल्की और स्वादंद किरकिरे ने। इसमें मुख्य भूमिकाओं में हैं अक्षय कुमार और राधिका आप्टे।
फिल्म मूलतें अक्षय कुमार के इर्दगिर्द घूमती है जो परिवार की महिला सदस्यों को मासिक के दौरान परेशान होते देखते हैं और आखिरकार उनके लिए सेनेटरी पैड बनाने का जिम्मा उठाते है। वो इसके सफल होते हैं और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया जाता है।
ओटीटी प्लेटफॉर्म – नेटफ्लिक्स, जी फाइव
National International News Network (NIN Network)