चंडीगढ़ में नौ महीने पहले मिलीं बठिंडा व मानसा की दो लड़कियों ने आपस में शादी कर ली है। दोनों का बठिंडा के गुरुद्वारा श्री कलगधीर साहिब में आनंद कारज (शादी) करवाया गया और शादी का सर्टिफिकेट भी जारी किया गया। उधर, आनंद कारज मैरिज एक्ट में लड़कियों के आपस में शादी करने का प्रविधान न होने के कारण सिख संगठनों ने इसका विरोध किया तो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी)ने जांच के लिए कमेटी बना दी।
डिंपल और बठिंडा की मनीषा नौ महीने पहले गई थी चंडीगढ़
जांच के बाद शादी करवाने वाले दोनों ग्रंथियों को बर्खास्त कर दिया गया। मानसा की रहने वाली डिंपल और बठिंडा की मनीषा नौ महीने पहले काम के सिलसिले में चंडीगढ़ गई थीं। वहीं दोनों की मुलाकात हुई। 18 सितंबर को गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब में दोनों ने शादी की। डिंपल दूल्हा बनी थी और मनीषा दुल्हन। दोनों लड़कियों की शादी को लेकर इनके परिवार को भी कोई आपति नहीं है।
शादी के मौके पर परिवार के लोग भी रहे मौजूद
शादी के मौके पर परिवार के लोग भी मौजूद थे। शादी के बाद दोनों चंडीगढ़ चली गईं। शादी का एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसमें दूल्हा बनी लड़की ने बाकायदा दस्तार सजाई हुई है। एक लड़की की माता ने बताया कि दोनों ने जब आपस में शादी करने के लिए परिवार से बात की तो किसी ने कोई आपति नहीं जताई।
दोनों परिवारों ने खुशी से शादी करवाई। दोनों परिवारों का मानना है कि जब कोर्ट ने ही समलैंगिक विवाह की अनुमति दी है तो उनको किस बात से एतराज हो सकता है। इसी के चलते उन्होंने दोनों की शादी करवा दी।
Courtesy: Jagran