यात्री बसों को सड़क सुरक्षा की कसौटी पर पूरी तरह फिट बनाने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत-एनसीएपी के तहत नए मानकों को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। गडकरी ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया कि बस बाडी के निर्माण के लिए अब नए मानक होंगे और ये ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम) तथा बस बाडी बनाने वाली कंपनियों, दोनों पर समान रूप से लागू होंगे।
भारत में बसों की गुणवत्ता में आएगा सुधार
गडकरी के मुताबिक बस दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह एक बड़ा कदम है, जो सड़क सुरक्षा के लिहाज से काफी कारगर साबित होगा। गडकरी ने अपनी पोस्ट मं कहा है कि बस निर्माण के नए मानकों को अपनाने के साथ देश में बसों की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। ये इनमें सफर करने वाले लोगों को सुविधा और आराम का अहसास कराएंगी और इसके साथ ही उनकी सुरक्षा भी बेहतर तरीके से सुनिश्चित करेंगी।
In the wake of rising number of bus accidents, there is a pressing need to enhance the quality of bus body construction in Bharat.
I have now approved standards for the construction of bus bodies, which shall be uniformly applicable to both OEMs and bus body builders.
This…
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 6, 2023
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बसों की गुणवत्ता में होगा सुधार
गडकरी ने कहा कि नए मानकों का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति यानी दुर्घटना के समय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। नए मानकों के लिए मानक अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। इस पर लोगों के सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। गडकरी ने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष इस पहल का समर्थन करेंगे ताकि लोगों की सुरक्षा के सबसे अहम पहलू पर सबसे अधिक ध्यान दिया जा सके।
गडकरी देश में बसों के स्तर पर पहले से सवाल खड़े करते रहे हैं। उन्होंने बस निर्माताओं और ओईएम से लगातार यह अपील की कि वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बसों की गुणवत्ता में सुधार करें। उनका मानना है कि देश की आटो इंडस्ट्री में ओईएम के पास अपार अवसर हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन बहुत खराब है।
Agencies