मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर चल रही तमाम अटकलों के बीच भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम सात बजे बुलाई गई है। इसमें मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा।
उधर, भोपाल में नवनिर्वाचित विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने मुख्यमंत्री के प्रश्न पर कहा कि कोई असमंजस नहीं है। पार्टी की अपनी प्रक्रिया है। आपको उसका इंतजार करना होगा।
ताजा स्थितियों के अनुसार, मतगणना के नौवें दिन मुख्यमंत्री को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी। एक हफ्ते से सभी जगह केवल कयासों का दौर चल रहा है। अटकलों का बाजार भी गर्म है। हर कोई अपने हिसाब से संभावित मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों के नाम बता रहा है।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
सभी को मालूम है कि ‘कौन बनेगा मुख्यमंत्री’ का जवाब केवल प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास ही है लेकिन फिर भी अलग-अलग फार्मूले के आधार पर नई सरकार के मुखिया के नाम पर चर्चा हो रही है। ऐसे कई फार्मूले चर्चा में हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री तो प्रहलाद पटेल अध्यक्ष पार्टी यदि सवर्ण मुख्यमंत्री बनाती है तो ओबीसी, एससी-एसटी वर्ग के साथ संतुलन बनाना चुनौती होगा। यदि पार्टी नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करती है तो प्रहलाद पटेल को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सत्ता-संगठन में संतुलन बनाया जा सकता है। ऐसे में विष्णु दत्त शर्मा और निर्मला भूरिया को भी उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
शिवराज का नाम सबसे ऊपर
अब भी शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री की दावेदारी में सबसे ऊपर हैं। केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर है और वह एमपी में कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा, ऐसी स्थिति में शिवराज सिंह पर ही दांव लगाकर पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छे परिणाम हासिल करने पर विचार कर रही है। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने तो दो उप मुख्यमंत्री प्रहलाद पटेल व तुलसीराम सिलावट को बनाया जा सकता है।
प्रहलाद बने मुख्यमंत्री तो कैलाश अध्यक्ष संभावित
एक अन्य फार्मूले में प्रहलाद पटेल को मुख्यमंत्री बनाकर कैलाश विजयवर्गीय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। ऐसी स्थिति में दो उप मुख्यमंत्री विष्णु दत्त शर्मा और ओमप्रकाश धुर्वे बनाए जा सकते हैं। तब नरेंद्र सिंह तोमर को पुन: लोकसभा चुनाव लड़ाकर केंद्र में ले जाया जा सकता है। शिवराज सिंह ओबीसी वर्ग के अग्रणी नेता बनकर केंद्र में जा सकते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री तो धुर्वे और देवड़ा उप मुख्यमंत्री
- एक अन्य फार्मूले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा है।
- इसमें एससी-एसटी वर्ग से एक-एक यानी कुल दो उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं।
- ऐसे में ओमप्रकाश धुर्वे या निर्मला भूरिया और जगदीश देवड़ा या किसी एससी वर्ग के नए चेहरे को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
राकेश सिंह या विष्णु दत्त शर्मा मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री
गुजरात की तर्ज पर सारी कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनाने की चर्चा है। राकेश सिंह या विष्णु दत्त शर्मा को मुख्यमंत्री, निर्मला भूरिया और ग्वालियर-चंबल से एससी वर्ग के विधायक को मुख्यमंत्री बनाकर संतुलन बनाया जा सकता है।
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