प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में निर्माण टीम का हिस्सा रहे श्रमिकों पर फूलों की वर्षा की। प्रधानमंत्री ने राम मंदिर परिसर में जटायु की मूर्ति पर फूल भी चढ़ाए और अयोध्या धाम में भगवान शिव की पूजा-अर्चना भी की।
विजय और विनम्रता का पल
प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए कहा कि रामलला की मूर्ति के अनावरण का पल न केवल विजय का, बल्कि विनम्रता का भी अवसर है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi showers flower petals on the workers who were a part of the construction crew at Ram Temple in Ayodhya, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/gJp4KSnNp6
— ANI (@ANI) January 22, 2024
उन्होंने कहा, “यह उत्सव का पल है और साथ ही भारतीय समाज की परिपक्वता के प्रतिबिंब का पल भी है। यह न केवल विजय का, बल्कि विनम्रता का भी अवसर है। विश्व का इतिहास स्वयं इस बात का प्रमाण है कि कई देश अपने ही इतिहास में उलझे हुए हैं। जब देशों ने अपनी समस्याओं को हल करने की कोशिश की तो, उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन जिस तरह से, हमारे देश ने इतिहास की गांठें खोलीं, वह इस बात का प्रमाण है कि हमारा भविष्य हमारे अतीत से भी अधिक सुंदर होने वाला है।”
‘रामलला ऊर्जा पैदा कर रहे’
पीएम ने कहा कि जिस मंदिर का निर्माण ‘आग भड़काने’ वाला था, वह देश की शांति, धैर्य, सद्भाव और एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “एक समय ऐसा भी था जब कुछ लोग कहा करते थे कि ‘राम मंदिर बन जाएगा तो आग लग जाएगी। ऐसे लोग भारत की सामाजिक भावना की पवित्रता को नहीं समझ सकते। इसका निर्माण रामलला का मंदिर भारतीय समाज की शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है। हम देख रहे हैं कि यह निर्माण किसी अग्नि को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है।”
‘राष्ट्रीय चेतना का मंदिर’
पीएम ने यह भी कहा कि अयोध्या का मंदिर राम के रूप में राष्ट्रीय चेतना का मंदिर है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रामलला की मूर्ति का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में किया गया।
प्रधानमंत्री लाल मुड़े हुए दुपट्टे पर चांदी का ‘छत्तर’ (छाता) रखकर मंदिर परिसर के अंदर चले गए। अनुष्ठान के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गर्भगृह में मौजूद थे। समारोह आयोजित होने पर भक्तों और मेहमानों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।
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