जल निगम के अवर अभियंता महबूब से मोटी रकम वसूलने के लिए बेटी मायशा को अगवा किया था। जेई के पूर्व चालक आकाश ने अपने साले अजय और दोस्त राजू के साथ मिलकर अपहरण की प्लानिंग की थी। राजू भी जल निगम में जेई की कार का चालक है।
बच्ची को छोड़ने के बाद देर रात तीनों ही आरोपित नौचंदी ग्राउंड में छिपे हुए थे। मुखबिर की सूचना पर तीनों की घेराबंदी की, जवाबी फायरिंग में आकाश और राजू के पैर में गोली लग गई। दोनों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया, जबकि अजय को भी गिरफ्तार कर लिया।
चोरी के बाद निकाल दिया था
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि प्रवेश विहार टी प्वाइंट निवासी आकाश पिछले काफी दिनों से जेई महबूब के घर पर कार चालक था। एक साल पहले आकाश ने घर से 50 हजार की रकम चोरी कर ली थी। तब उसे नौकरी से निकाल दिया था। महबूब की कार का चालक रहते हुए आकाश की दोस्ती जल निगम की गाडी के चालक राजू निवासी जागृति विहार सेक्टर दस से हो गई थी। आकाश और राजू ने मिलकर जेई महबूब से करोड़ों की रकम वसूलने की प्लानिंग की। उस प्लानिंग में आकाश ने अपने साले अजय निवासी परतापुर को भी शामिल कर लिया।
आकाश को दी थी पूरी जानकारी
सोमवार को महबूब की कार राजू ही चल रहा था। राजू ने मुखबिरी कर आकाश को पूरी जानकारी दी। तब आकाश अपने साले अजय को लेकर महबूब के घर के बाहर खड़ा हो गया। वहां से बच्ची को अगवा कर ले गए। राजू उन्हें पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी दे रहा था। पुलिस की कार्रवाई तेज होने से राजू ने बच्ची को छोड़ने की बात कही। तब दोनों आरोपित कार से बच्ची को घर के बाहर छोड़कर फरार हो गए। उसके बाद राजू भी ड्यूटी से घर आ गया। तब तीनों पुलिस के डर से नौचंदी ग्राउंड में छिप गए।
एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर बदमाशों की घेराबंदी की गई। उन्होंने पुलिस पर फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में आकाश और राजू के पैर में गोली लग गई, जबकि अजय को कांबिंग के दौरान गिरफ्तार किया।