नए साल की शुरुआत में आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) ने बंगाल के मुर्शिदाबाद व मालदा में हजारदुआरी समेत तीन पर्यटन केंद्रों पर आत्मघाती हमला करने की साजिश रची थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों राज्य के मुर्शिदाबाद से गिरफ्तार एबीटी के सदस्य साजिबुल इस्लाम से पूछताछ में ऐसी जानकारी मिली है। असम पुलिस ने इस संबंध में बंगाल पुलिस को मामले की जानकारी दी है।
पूछताछ में साजिबुल ने बताया कि इस सिलसिले में केरल से गिरफ्तार एबीटी के सदस्य शब शेख की पिछले अक्टूबर में बांग्लादेश के चपैनवाबगंज जिले में भारत के पास एक सीमावर्ती गांव में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के प्रमुख जसीमुद्दीन रहमानी के साथ बैठक हुई थी। बैठक में साजिबुल के साथ आंतकी अब्बास अली भी मौजूद था।
धन इकट्ठा करने का मिला था काम
यहीं पर हमले की जिम्मेदारी बांटी गई थी। जिरह में साजिबुल ने कहा कि उसे महिलाओं के बीच अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का प्रभाव फैलाने व उत्तर पूर्व भारत में आतंकी गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक धन इकट्ठा करने का काम सौंपा गया था।
जेएमबी के स्लीपर सेल के सदस्य के रूप में करते थे काम
साजिबुल इस्लाम व मुस्तकीन मंडल ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया है कि उन्होंने कुछ वर्ष पहले जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के स्लीपर सेल के सदस्य के रूप में काम शुरू किया था। वे ब्रेनवाश कर स्थानीय युवाओं को संगठन में भर्ती करते थे।
बाद में दोनों आतंकियों ने एबीटी के लिए काम करना शुरू किया। दरअसल एबीटी आतंकी संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश द्वारा तैयार की गई जमीन के सहारे ही आगे बढ़ रहा है। अक्टूबर, 2014 में बंगाल के पूर्व बद्र्धमान जिले के खागरागढ़ में हुए भीषण विस्फोट की घटना के बाद बंगाल में जेएमबी का अस्तित्व सामने आया था। घटना में दो आतंकियों की मौत हो गई थी, कुछ घायल हो गए थे। जेएमबी में इस बात को लेकर विवाद था कि क्या केवल बांग्लादेश और बंगाल को लेकर ग्रेटर बांग्लादेश बनाया जाएगा या फिर ग्रेटर पाकिस्तान की विचारधारा को आगे बढ़ाया जाएगा।
बंगाल और केरल से कई आतंकियों की गिरफ्तारी
परिणामस्वरूप, पाकिस्तान समर्थकों ने जेएमबी छोड़ दिया और नया जेएमबी बनाया, जिसे एबीटी कहा गया। खुफिया सूत्रों के अनुसार पूर्व जेएमबी नेताओं ने धीरे-धीरे जमीन खो दी और एबीटी बढ़ता रहा। गौरतलब है कि बांग्लादेश में अस्थिरता के बाद असम, बंगाल व केरल से कई आंतकियों की गिरफ्तारी हुई है। भारत सरकार अब असम, मेघालय और त्रिपुरा के साथ बंगाल में बांग्लादेश सीमा पर निगरानी और चौकसी कड़ी कर रही है।
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