मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ नगर में ‘यू0पी0 स्टेट पवेलियन’, अटल बस सेवा आदि का उद्घाटन किया

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज महाकुम्भ नगर में ‘यू0पी0 स्टेट
पवेलियन’ (उत्तर प्रदेश दर्शन मण्डपम) का उद्घाटन किया और ‘कला कुम्भ’ प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की विशेष शटल बसों और अटल सेवा इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने ‘यू0पी0 स्टेट पवेलियन’ के
उद्घाटन अवसर पर कहा कि यह पवेलियन श्रद्धालुओं के लिए प्रदेश की सांस्कृतिक
विविधता को जानने और समझने का केंद्र बनेगा। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने स्वरूप
रानी नेहरू चिकित्सालय, प्रयागराज में नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित ’मां की रसोई’
का उद्घाटन भी किया।

ज्ञातव्य है कि प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा महाकुम्भ के सेक्टर 07 में पांच एकड़
क्षेत्रफल में यू0पी0 स्टेट पवेलियन तैयार किया गया है। पवेलियन में प्रदेश के विभिन्न
पर्यटन सर्किटों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त, एक जनपद एक
उत्पाद, उत्तर प्रदेश ग्रामीण पर्यटन परियोजना और रेशम विभाग के स्टॉल लगाए गए
हैं। दर्शन मण्डपम में देश व उत्तर प्रदेश के व्यंजन और ऑर्गनिक व्यंजनों के स्टॉल भी
लगाए गए हैं। मुख्य मण्डप में धार्मिक स्थलों की भव्य झांकी लगाई गई है।

पर्यटन से सम्बन्धित गैलरी में रामायण सर्किट, कृष्ण-ब्रज सर्किट, महाभारत
सर्किट, बुन्देलखण्ड सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी-कबीर सर्किट,
बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट, वाइल्ड लाइफ एवं ईको टूरिज्म सर्किट, क्राफ्ट सर्किट एवं
स्वतंत्रता संग्राम सर्किट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक
और पर्यटन महत्व से जुड़े स्थलों को प्रदर्शित किया गया है। इन 12 सर्किट में उत्तर
प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता की तस्वीर देखने को मिलती है।

खानपान से जुड़ी तीन प्रकार की गैलरियां तैयार की गई हैं। उत्तर प्रदेश के
व्यंजनों पर आधारित गैलरी, भारत के व्यंजनों पर आधारित गैलरी और ऑर्गेनिक खानपान पर आधारित गैलरी में खानपान के बहुरंगी स्टॉल लगाए गए हैं। यहां
ओ0डी0ओ0पी0 और रेशम उत्पादों के साथ ही ग्रामीण पर्यटन से जुड़ी गैलरियां तैयार
की गई हैं और सभी के स्टॉल लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश दर्शन मण्डपम में बेहतरीन
सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।

यू0पी0 स्टेट पवेलियन के उद्घाटन के उपरान्त मुख्यमंत्री ने इसके ठीक
सामने उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की प्रदर्शनी ‘कला कुम्भ’ का शुभारम्भ किया। उन्होंने
इसका अवलोकन भी किया। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की कला, संस्कृति, पुरातत्व
के साथ ही कुम्भ आयोजनों से सम्बन्धित अभिलेखों की यह अनूठी प्रदर्शनी लगाई गई
है। मेला क्षेत्र में लगभग 05 एकड़ क्षेत्रफल में लगी कला कुम्भ प्रदर्शनी में सांस्कृतिक
कार्यक्रमों के लिए मंच भी सजाया गया है।

प्रदर्शनी गैलरी में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की यात्रा, उत्तर प्रदेश के
स्मारक, पुरातत्व विभाग के संरक्षित स्मारक, पांडुलिपि और स्मृतियों से सम्बन्धित चित्र,
अनुकृति और प्रतिकृति प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक
धरोहर को पुरातात्विक और अभिलेखीय साक्ष्यों के साथ प्रदर्शित किया गया है। कुम्भ के
आयोजनों, पौराणिक और ऐतिहासिक ग्रंथों से सम्बन्धित उल्लेख सहित विभिन्न
दस्तावेज, चित्र, लिखित सामग्री और जानकारियों की अनुकृति यहां प्रदर्शित हैं।

कला कुम्भ में महाकुम्भ के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य पर आधारित दस्तावेजों की
प्रदर्शनी सबसे अनूठी प्रदर्शनी है। प्रदर्शनी के 8वें खण्ड में वर्ष 1866 से वर्ष 1954 के कालखण्ड में प्रयागराज में आयोजित सभी कुम्भ से सम्बन्धित प्रशासनिक अंतर्दृष्टि को
सरकारी पत्रों, अभिलेखों और दस्तावेजों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इस खण्ड
में रिपोर्ट, पत्र, प्रशासनिक आदेश आदि शामिल हैं। इसमें कुम्भ से जुड़ी पिछले 150 वर्षों
की जानकारियों को प्रदर्शित किया गया है। प्रत्येक कुम्भ के अवसर पर अधिकारियों
द्वारा उठाए गए व्यवस्थागत कदमों, बुनियादी ढांचों के सुधार, सुरक्षात्मक और आर्थिक
उपायों पर प्रामाणिक दस्तावेजों की जानकारी प्रदर्शित है।

मुख्यमंत्री द्वारा विशेष शटल बसों व अटल सेवा इलेक्ट्रिक बसों को हरी
झण्डी दिखायी गयी है। ज्ञातव्य है कि महाकुम्भ में आ रहे श्रद्धालुओं को परिवहन की
बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से नई बसों को उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के
बेड़े में शामिल किया गया है। परेड क्षेत्र में 100 बसों को हरी झंडी दिखायी गयी।
मुख्यमंत्री जी ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नंदी सेवा संस्थान द्वारा
शुरू की गई ’मां की रसोई’ पर प्रसन्नता जाहिर की और खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता
के साथ ही यहां दी जा रही सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने थाली परोसकर सेवा
की और ‘मां की रसोई’ के किचन का निरीक्षण भी किया। ’मां की रसोई’ मे ं मात्र 09
रुपये में लोगों को भरपेट भोजन मिलेगा।

इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर सिंह सहित
अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

National International News Network (NIN Network)

https://information.up.gov.in/sites/default/files/press-release/PN-CM-Prayagraj%20Visit-10%20January%2C%202025.pdf

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