NIN Network

दिल्ली में पानी की बर्बादी और चोरी रोकने के लिए सरकार ने जीपीएस वाले 1000 पानी के टैंकर शुरू करने का फैसला किया है। ये टैंकर दिल्ली के उन इलाकों में पानी पहुंचाएंगे जहां पानी की कमी है। इन टैंकरों में जीपीएस सिस्टम लगा है जिससे उनकी निगरानी की जा सकेगी। यह कदम प्रधानमंत्री मोदी के सभी को पानी समय पर पानी के विजन को पूरा करेगा।

नई दिल्ली। दिल्ली में पानी की बर्बादी व चोरी बड़ी समस्या है। यहां के जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) से उपलब्ध 1000 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) पानी में से लगभग 50 प्रतिशत पानी उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पाता है। इसका बड़ा कारण पानी की चोरी और बर्बादी है।

यमुना की सफाई कार्य की समीक्षा के लिए पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी इस समस्या के समाधान का निर्देश दिया गया है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने सिर्फ जीपीएस वाले पानी टैंकर चलाने का निर्णय़ लिया है।

1000 जीपीएस सक्षम पानी के टैंकर पूरी दिल्ली में घूमेगी
जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा, ‘दिल्ली में जल संकट को दूर करने और नागरिकों को समय पर जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रविवार को बुराड़ी स्थित निरंकारी ग्राउंड से 1000 जीपीएस-सक्षम पानी के टैंकर पूरे दिल्ली में रवाना किए जाएंगे।’

जल संकट का सामना कर रहे इलाके में पहुंचेगा टैंकर
यह टैंकर उन इलाकों में भेजे जाएंगे जहां जल संकट की स्थिति गंभीर है या पाइपलाइन के माध्यम से आपूर्ति संभव नहीं है। हर टैंकर में हाई-टेक जीपीएस सिस्टम लगाया गया है, जिससे उनकी रियल-टाइम ट्रैकिंग की जा सकेगी। निगरानी के लिए अत्याधुनिक कमांड सेंटर बनाया गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पानी निर्धारित समय पर और सही स्थान पर पारदर्शी तरीके से पहुंचे।

‘पीएम के विजन को पूरा करने के लिए निष्ठा से कर रहे काम’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सभी को पानी, समय पर पानी’ के विजन को साकार करने के लिए हम पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं। सरकार हर बस्ती, कॉलोनी और मोहल्ले तक पानी पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। दिल्ली को जल संकट से मुक्त करने की दिशा में जो कुछ भी जरूरी होगा, हम करेंगे। जीपीएस-सक्षम टैंकरों की यह व्यवस्था पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही का प्रतीक है।’

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *