राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot) के मंत्रिमंडल से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (Rajendra Singh Gudha) का कहना है कि लाल डायरी (Red Diary) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को प्रतिमाह भेजे जाने वाले पैसों का हिसाब है। गुढ़ा ने कहा कि यह पैसा सीएम गहलोत अपने विश्वस्त राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के माध्यम से दिल्ली भेजते थे।
लाल डायरी में क्या है?
राठौड़ के जयपुर स्थित सोमदत्त अपार्टमेंट से लाल डायरी लाने वाले गुढ़ा ने कहा कि कांग्रेस के किस राष्ट्रीय नेता को कितना पैसा दिया गया, यह बात भी डायरी में लिखी हुई है। यह पैसा प्रतिमाह उन नेताओं को दिया जाता था, जो दिल्ली में गहलोत के लिए लाबिंग करते थे, जिन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के समय सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समक्ष लाबिंग कर के गहलोत की कुर्सी बचाई थी।
लाल डायरी में और क्या है?
- राजेंद्र गुढ़ा ने ‘दैनिक जागरण’ से बातचीत में कहा कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के चुनाव का हिसाब भी इस डायरी में लिखा है।
- आरसीए के चुनाव में सीएम के पुत्र वैभव गहलोत को अध्यक्ष बनवाने के लिए राठौड़ ने ही जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारियों को पक्ष में किया था।
- राठौड़ ने डायरी में लिखा है कि किस संघ के पदाधिकारी को कितना पैसा दिया गया है।
- डायरी में अधिकारियों के तबादलों,खनन पट्टों के आवंटन और स्वायत्त शासन विभाग में हुए कार्यों का हिसाब भी लिखा हुआ है।
गुढ़ा ने कहा कि सोमवार को विधानसभा में हुई धक्कामुक्की और हाथापाई में कांग्रेस के विधायक अमिन खान ने वह डायरी मेरे हाथ से छीनकर सीएम को दे दी, लेकिन फिर भी कई साक्ष्य मेरे मोबाइल में है।
सीएम केंद्र में मंत्री रहते हुए क्यों गए थे एसपी से मिलने
गुढ़ा ने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न का मुददा मैने सदन में उठाया तो मुझे मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मेरे पास एक डायरी वह भी है, जिसमें लिखा है कि देश में राजस्थान को बदनाम करने वाले साल 1992 के अजमेर फोटो ब्लैकमेल कांड में कांग्रेस के नेता शामिल थे। कांग्रेस के नेताओं को बचाने के लिए केंद्र में मंत्री रहते हुए गहलोत तत्कालीन पुलिस अधीक्षक से मिलने उनके कार्यालय गए थे। उस समय अजमेर में पढ़ने वाली करीब दो सौ लड़कियों के अश्लील फोटो खींचकर ब्लैकमेल कर दुष्कर्म किए गए गए थे।
Courtesy: Jagran