गर्भवती पत्‍नी को मां के पास छोड़ कारगिल युद्ध लड़ा, तिरंगे में लिपटा आया शव; उसी दिन बेटे का हुआ जन्‍म

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Kargil Vijay Diwas 2023: कारगिल युद्ध में 22 जुलाई 2002 को देश के दुश्मनों से लोहा लेते हुए जिले के सदर प्रखंड के चैनपुरा के लाल टुनटुन शर्मा बलिदानी हो गए थे। युद्ध शुरू होने से चंद दिन पहले ही वे अपनी गर्भवती पत्नी के इलाज के लिए गांव पहुंचे थे।

पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया ही था कि कारगिल पर दुश्मनों की नापाक हरकतें होने लगीं। युद्ध की रणभेरी बज गई और बुलावा आ गया।

देश और परिवार दोनों में से किसी एक को चुनना था। एक ओर प्रसव वेदना से तड़पती पत्नी तो दूसरी ओर मां भारती की ओर शत्रुओं के बढ़ते कदम को रोकने के लिए कर्तव्य की पुकार।

मां के हवाले पत्नी को छोड़ टुनटुन शर्मा कारगिल के लिए कूच कर गए। चार दिन बाद उनकी शहादत की खबर गांव पहुंची।

कारगिल में शत्रुओं से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त कर गए, उसी दिन बलिदानी की मां गेंदा देवी ने यह ठाना कि अपने बेटे का बदला लेने के लिए वह अपने दूसरे बेटे को भी फौज में भेजेगी।

दूसरे बेटे मुनचुन शर्मा ने भी मां का सपना पूरा किया। मुनचुन अभी सीआरपीएफ में भर्ती होकर देश की सरहद की सुरक्षा में जुटे हैं। गेंदा देवी को अपने दोनों औलाद पर नाज है।

उम्र के अंतिम पड़ाव में उनकी आंखों की रोशनी भले ही धुंधली हो गई हों, लेकिन आज भी उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके एक लाल ने देश के दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए अपना बलिदान दे दि‍या और दूसरा लाल देश की सुरक्षा कर रहा है।

बच्चे के जन्म तक पत्नी रिंकू को नहीं दी गई सूचना
बलिदानी टुनटुन शर्मा का पार्थिव शरीर सूचना के तीसरे दिन तिरंगे में लिपटा चैनपुरा पहुंचा था, जिस दिन पार्थिव शरीर गांव पहुंचा उसी दिन पत्नी रिंकू देवी ने सदर अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। घरवालों ने रिंकू तक यह खबर नहीं पहुंचने दी थी। वह औलाद के जन्म लेने की खुशी में थी।

उधर, उसके पति के बलिदानी होने के गम में पूरा परिवार, गांव व देश डूबा था। रिंकू को क्या पता था कि उसका सुहाग हमेशा-हमेशा के लिए मां भारती की गोद में सो गया है।

रिंकू पति का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाई। एक सप्ताह बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने पर पति की शहादत की जानकारी दी गई।

बलिदानी के पुत्र अमर ज्योति अभी पटना में स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं। ग्रामीण सनत शर्मा तथा चितरंजन शर्मा बताते हैं कि हम लोगों को इस बात पर गर्व है कि हमारे गांव के लाल ने कारगिल में भारत मां की आन-बान को झुकने नहीं दिया।

Courtesy: राकेश कुमार, jagran

https://www.jagran.com/bihar/jahanabad-kargil-vijay-diwas-2023-amar-balidani-tuntun-sharma-left-pregnant-wife-with-mother-deadbody-came-wrapped-in-tiranga-23482794.html

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