भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद गहराता जा रहा है। इसी बीच गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया। विदेश मंत्रालय ने कनाडा पर राजनीति से प्रेरित होकर बयान देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर से संबंधित कोई भी जानकारी हमारे साथ साझा नहीं की गई है। कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
अरिंदम बागची ने क्या कुछ कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को होने वाली साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कनाडा को लेकर विस्तृत बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हां, हमने कनाडा सरकार को बताया कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए। उनकी संख्या कनाडा में हमारी संख्या से कहीं ज्यादा अधिक है… मेरा मानना है कि कनाडा की ओर से कमी की जाएगी।
#WATCH | MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "Yes, we've informed the Govt of Canada that there should be parity in strength in our mutual diplomatic presence. Their number is very much higher than ours in Canada… I assume there will be a reduction from the Canadian side." pic.twitter.com/4LIBeyhzBz
— ANI (@ANI) September 21, 2023
क्या है भारत का स्टैंड?
अरिंदम बागची ने कहा कि हां, मुझे लगता है कि यहां कुछ हद तक पूर्वाग्रह है। उन्होंने (कनाडा) आरोप लगाए हैं और उन पर कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार द्वारा लगाए गए आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं।
वीजा सेवा पर रोक
इसी बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कनाडा में वीजा सेवाओं की मौजूदा स्थिति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आप कनाडा में हमारे उच्चायोग और दूतावासों पर हो रहे सुरक्षा खतरों से अवगत हैं। इसकी वजह से उनका सामान्य कामकाज बाधित हुआ है। ऐसे में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीजा सेवाओं पर काम करने में असमर्थ हैं। हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे।
वहीं, विदेश मंत्रालय ने कनाडा पर आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया। अरिंदम बागची ने कहा कि कनाडा आतंकी गतिविधियों का केंद्र बन रहा है और वह आतंकियों, चरमपंथियों के लिए पनाहगार बना है। मुझे लगता है कि कनाडा को अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि के बारे में चिंता करने की जरूरत है।
Agencies