कविता (हाइकु) – आओ गणेश

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आओ गणेश
जीवन दु:ख भरा
मिटाओ क्लेश।

गण-नायक
घर में लाएं बप्पा
सुखदायक।

सबसे आगे
बुद्धि में सर्वश्रेष्ठ
है विघ्नहर्ता।

घर सजाएं
लें ढेर-सा आशीष
करें स्थापना।

है गजानंद
विद्या में बड़े ज्येष्ठ
मिले आनंद।

प्रिय मोदक
बच्चों के प्रिय साथी
हैं सहायक।

प्रथम पूज्य
लम्बोदर हमारे
हैं शुभकारी।

सबको भाते
रिद्धि-सिद्धी के दाता
प्यारे गणेशा।

कृपा मिले जो
विघ्नहर्ता से थोड़ी
संवरे हम।

गजकर्णक
भालचन्द्र हो संग
हरते कष्ट।

हे विनायक
आ जाओ धरा पर
बन पालक।

हैं सुखदाता
प्रथम वन्दनीय
बुद्धि प्रदाता।

सुखद करें
धन-धान्य प्रगति
हमेशा भरें।

मिले प्रगति
गणेश रहें साथ
होगी समृद्धि।

सबको तारें
जरूरी है पूजन
काज सँवारें॥


अजय जैन, इंदौर

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