बेंगलुरु में 26 दलों की संयुक्त बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखा गया है। हालांकि, बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही लालू-तेजस्वी के साथ सीएम नीतीश कुमार पटना के लिए रवाना हो गए, जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि नीतीश कुमार को ‘INDIA’ नाम सही नहीं लगा और उन्होंने गठबंधन के नाम पर आपत्ति जताई थी।
नीतीश कुमार की नाराजगी की एक और वजह उन्हें विपक्षी खेमे का संयोजक नहीं बनाए जाने को लेकर भी बताई जा रही है। सियासी गलियारों में सीएम नीतीश को लेकर अटकलबाजियों के बीच जदयू ने इस पर चुप्पी तोड़ी है। बुधवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। जो व्यक्ति सबको एक साथ लेकर आया है, वह कभी नाराज नहीं हो सकता।
ललन सिंह ने कहा कि ‘इंडिया’ नाम सबकी सहमति से तय हुआ है। वहीं, विपक्षी दलों की बैठक के बीच दिल्ली में 18 जुलाई को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एनडीए की बैठक भी हुई। ललन सिंह ने इसपर कहा कि मैं पांच साल तक एनडीए का हिस्सा रहा और आज तक पीएम मोदी ने एनडीए के साथ कभी बैठक नहीं बुलाई। अब उन्होंने बैठक क्यों बुलाई? वे 2024 के चुनाव में हार जाएंगे।
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