प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि किसी भी योजना के सफल होने के लिए उसका हर लाभार्थी तक पहुंचना बहुत जरूरी है। अपने देश में पहले बहुत सी योजनाएं बन जाती थी। सब कागज में ही चलता रहता था।
हमारी कोशिश है कि जो भी योजना बनती है उसके हकदार को ढूंढो। वहां तक पहुंचो और उसे उसका फायदा मिलना चाहिए। तब जाकर देश में जो हमें गांव-गांव में बदलाव लाना है वो आएगा। इसलिए हम लाभार्थियों को जानकारी देने और उन्हें जोड़ने पर जोर दे रहे हैं।
अब गारंटी वाली गाड़ी गांव-गांव जाकर हर लाभार्थी तक योजनाओं को पहुंचा रही है। हमें विकसित भारत बनाना है तो हर परिवार में बदलाव लाना है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में किया वर्चुअल संवाद
पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जाले कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्मपुरा पंचायत के कटहिया निवासी प्रियंका यादव से वर्चुअल संवाद कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप जैसे पढ़ी-लिखी बेटियां गांवों में हैं तो मैं पक्का मानता हूं कि गांवों में सब लोग जागरूक होकर एक रहेंगे। आज कल लोग हमारी महिलाओं के बीच भी दरारें कर रहे हैं। हम सब महिलाएं एक हैं। सभी महिलाओं की एक ही जाति है।
…यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा: पीएम
महिलाओं की जात इतनी बड़ी है कि सब मिलकर मुश्किलों का मुकाबला करेंगी। इस मूड में आप लोग काम कीजिए। योजनाएं सबको पहुंची है, यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। ये मोदी की गारंटी वाली गाड़ी आई है। आप सबको कहता हूं अभी भी जहां कुछ लोगों को लाभ मिलना बाकी रह गया है, वहां की भी लिस्ट बना रहा हूं।
सामने से पूछने के लिए निकला हूं कि बताओ कोई रह गया है क्या? आने वाले समय में जितना जल्दी हो सके ये सारी योजनाएं आगे बढ़ाना चाहता हूं। ये बहुत संतोष की बात है कि आप सभी को बिना किसी परेशानी के योजनाओं का लाभ मिला है।
लाभुक प्रियंका से किया संवाद
इसके पहले पीएम मोदी ने लाभुक प्रियंका का अभिवादन करते हुए संवाद शुरू किया। पूछा कि आपको सरकार की किन-किन योजनाओं का लाभ मिला है। अपने बारे में भी बताइए। जब ये गारंटी वाली गाड़ी आपके गांव आई है तो वहां क्या माहौल है।
इतनी बड़ी तादाद में वहां बहनें बैठी हैं तो क्या लगता है लोगों को। अभी अनाज मिल जाता है। घर में गैस का चूल्हा आ गया है तो समय भी बचता होगा। समय जो बचता है उसका क्या उपयोग करते हैं। बच्चों को सरकार की योजनाओं के बारे में मालूम है? उनसे इस पर बात होती है?
गांवों में जिन लोगों को योजना नहीं मिली होगी, मानो किसी को उज्जवला का गैस नहीं मिला होगा तो आपको वे कहते होंगे कि आपको कैसे मिला, मुझे तो मिला नहीं। उसके लिए आप कैसे सलाह देती हैं। आप तो पढ़ी लिखी हैं।
पीएम से क्या बोली प्रियंका ?
लाभुक ने प्रत्युतर में अभिवादन करते हुए संवाद की शुरुआत की। कहा कि प्रियंका देवी उर्फ प्रियंका यादव नाम है। घर दरभंगा के कटहिया, जाले में हैं। तीन बच्चे हैं। पति-पत्नी हैं। एक सासु मां हैं। ससुर पिछले साल डेथ कर गए। पति मुंबई में मजदूरी करते हैं। मुझे राशन कार्ड मिला है।
लॉकडाउन में मुफ्त में राशन देकर आपने इतना बड़ा काम किया, हम महिलाओं और गरीब सोच भी नहीं सकते थे। काेरोना टाइम में आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। मुफ्त में आप अनाज दिए। जन धन योजना में खाता में भी कुछ पैसा भेजे। वह कोरोना टाइम में जीवन का आधार था।
मिथिलांचल के रीति-रिवाज से गारंटी वाली गाड़ी का बहुत सम्मान करते हैं। खुशी मनाई जाती है। घर में गैस मिला है, चूल्हा मिला है, जो समय बचता है उसका उपयोग बच्चों में करते हैं। उन्हें समय से तैयार कर घर में खाना-पीना खिलाकर स्कूल भेजते हैं।
इसके बाद समय बचता है तो घर परिवार को देखते हुए खेतीबारी करते हैं। इंटर पास हैं। घर में बच्चा स्कूल से आता है तो उसे पढ़ाते हैं। बच्चों को सरकार की योजनाओं के बारे में सब पता है। कटहिया गांव में घर-घर उज्जवला गैस पहुंच गया है, जिनको नहीं पता था उसको कैंप लगाकर गैस दिया गया है।