Acharya Pramod Krishnam कांग्रेस की आंतरिक कलह और पार्टी द्वारा राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराने के खिलाफ बयान देने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
आचार्य पर पार्टी विरोधी टिप्पणी के लिए ये कार्रवाई की गई। अब निष्कासन के बाद आचार्य प्रमोद का पहला बयान सामने आया है।
राहुल पर आचार्य का हमला
आचार्य ने पार्टी से निष्कासित होने पर पहला रिएक्शन देते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा है। प्रमोद कृष्णम ने अपने एक्स हैंडल पर राहुल गांधी को टैग करते हुए कहा, राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता।
कुमार विश्वास ने भी कसा तंज
आचार्य के पोस्ट के बाद कुमार विश्वास ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने एक पोस्ट में तुलसीदास की पंक्तियां लिखते हुए कांग्रेस को राम को प्यार न करने वाला बताया। कुमार की पंक्तियों का अर्थ है,
जिस किसी को भी राम और सीता प्यारे नहीं है, उसे करोड़ों शत्रुओं के समान छोड़ देना चाहिए, चाहे वह अपना सबसे प्यारा ही क्यों न हो। प्रह्लाद ने अपने पिता (हिरण्यकशिपु) को, विभीषण ने अपने भाई (रावण) को और ब्रज-गोपियों ने अपने-अपने पतियों को त्याग दिया, परंतु ये सभी आनंद और कल्याण करने वाले हुए।
“जाके प्रिय न राम-बदैही।
तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही॥
तज्यो पिता प्रहलाद, बिभीषन बंधु, भरत महतारी।
बलि गुरु तज्यो कंत ब्रज-बनितन्हि, भये मुद-मंगलकारी॥” https://t.co/RGAmP7GtH9— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 11, 2024
कांग्रेस ने जारी किया बयान
कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता और बार-बार बयानबाजी की शिकायतों के मद्देनजर ये कार्रवाई की गई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
हाल ही में, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस द्वारा राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर सोनिया गांधी और खरगे पर हमला बोला था।
Agencies