उत्तर भारत के कई राज्यों में लू का प्रकोप देखने को मिल रहा है। लू के कारण यूपी और बिहार में कई लोगों की जान जा चुकी है। लू से होने वाली मौतों को लेकर केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है। इस संबंध में अहम बैठक बुलाई गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश भर में जारी लू के संबंध में सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। स्वास्थ्य मंत्री खुद इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा नीति आयोग के सदस्य भी शामिल हो सकते हैं।
सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश
गौरतलब है कि लू के कारण यूपी और बिहार में कई लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह गर्मी और लू से बचाव के सभी जरूरी उपाय प्राथमिकता पर करें। योगी ने इसको लेकर सोमवार को एक बैठक की थी। बैठक में योगी ने कहा कि लू से पीड़ित मरीजों के इलाज की अच्छी व्यवस्था सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में करें। लू से पीड़ित मरीजों के तत्काल उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
बिहार में 72 लोगों की मौत
बिहार में पिछले कुछ दिनों से लू की वजह से कई मौतें हुई हैं। गुरुवार से सोमवार तक राज्य में 72 लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को लू की चपेट में आने से 21 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा गर्म हवा के थपेड़ों से बीमार पड़े लगभग डेढ़ सौ लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
लू से बचने के उपाय
कड़ी धूप में बेवजह बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक।
लू से बचने के लिए खूब पानी पिएं, अगर प्यास नहीं लग रही है तब भी पानी पीते रहें।
हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें। धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता और धूप का चश्मा लगाएं। जूते व चप्पल पहनें।
सफर में अपने साथ पानी रखें।
शराब, चाय व काफी जैसे पेय पदार्थों का प्रयोग न करें। यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
किसी काम से घर से बाहर निकलें तो टोपी, गमछा व छाते के साथ-साथ गीले कपड़े को साथ रखें और इसे बार-बार चेहरे, सिर व गर्दन में रखते रहें।
घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नमक-चीनी का घोल, आम का बना पना और नींबू पानी का सेवन करें।
घर में अगर गोवंशीय पशु या श्वान आदि हैं तो उन्हें भी छांव में रखें और खूब पानी पीने के लिए दें।
अपने घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें और रात में कमरे की खिड़कियां खुली रखें।
Agencies